2024-10-25 HaiPress
नई दिल्ली:
समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को गाजियाबाद से अपने उम्मीदवार की घोषणा की. सपा ने गाजियाबाद सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए सिंहराज जाटव को अपना उम्मीदवार बनाया है. सपा की इस घोषणा ने सबको चौंकाया,सामान्य सीट गाजियाबाद पर एक दलित को उम्मीदवार बनाया है. सपा के इस कदम से बाकी के दलों के लिए परेशानी पैदा कर दी है.अब उनके सामने अपने कोर वोटरों में बिखराव को बचाने की चुनौती है.इसके साथ ही गाजियाबाद का मुकाबला दिलचस्प हो गया है. गाजियाबाद में बीजेपी ने ब्राह्मण,सपा ने दलित और बसपा ने वैश्य उम्मीदवार उतार दिया है.सपा ने अंतिम बार इस सीट पर 2004 में जीत दर्ज की थी.
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— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 24,2024गाजियाबाद की मुस्लिम और दलित आबादी को ध्यान में रखते हुए है अखिलेश यादव ने सिंहराज जाटव को मैदान में उतारा है. सपा के इस कदम ने गाजियाबाद की लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है. एक तरफ बीजेपी ने जहां ब्राह्मण संजीव शर्मा को मैदान में उतारा है,वहीं बसपा ने वैश्य समुदाय के परमानंद गर्ग को टिकट दिया है. इस तरह से यूपी के तीन बड़े दलों ने तीन जातियों के उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है.
गाजियाबाद में दलितों की आबादी सबसे अधिक है. गाजियाबाद सदर सीट पर करीब 75 हजार दलित मतदाता हैं. शहरी मतदाता होने की वजह से वहां के दलित मुखर भी हैं.गाजियाबाद देश के उन गिने-चुने शहरों में शामिल है,जहां आंबेडकर जयंती अधिक से अधिक मनाई जाती है.अगर वहां दलितों ने अगर एकजुट होकर सपा के समर्थन में मतदान कर दिया तो वहां उसे फायदा हो सकता है. गाजियाबाद में मुसलमान वोट भी 70 हजार से अधिक है. मुसलमान सपा के कोर वोटर माने जाते हैं. यहां उल्लेखनीय बात यह है कि सपा उम्मीदवार बसपा छोड़कर आए हैं. वहीं बसपा उम्मीदवार सपा छोड़कर आए हैं. दोनों अपने विरोधी दल के रग-रग से वाकिफ हैं.ऐसे में लगता है कि इन दलों के कोर वोटरों में सेंध लगाना मुश्किल काम हो सकता है.
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