2025-02-06
IDOPRESS
अमेरिका से भारत वापस लौटे प्रवासी भारतीय.
अमृतसर:
अवैध प्रवासियों पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सख्त रुख के बाद वहां से भारत लौटे 104 भारतीयों ने अमेरिका जाने के अपने डंकी रूट की आपबीती बताई है. अमृतसर लौटे ये लोग यूपी,महाराष्ट्र,पंजाब,हरियाणा समेत देश के अलग-अलग राज्यों के हैं. इन भारतीयों ने वहां तक पहुंचने के लिए एजेंटों के झांसे में आने और उस दौरान हुई परेशानियों को साझा किया है. डंकी फ्लाइट्स कैसे ली और भारी रकम चुकाने के बाद भी वह कैसे बिना पेपर्स के अमेरिका तक पहुंचे,ये सब उन्होंने बताया है. उनकी इस यात्रा में लंबी फ्लाइट्स,समुद्र के खतरनाक सफर से लेकर खतरनाक पहाड़ियों में 45 किलो मीटर तक पैदल चलने तक का उनका अनुभव शामिल है. इन सभी की आपबीती जानिए.
उन्होंने मीडिया को बताया कि जब वह ब्राजील पहुंचे तो उनको बताया गया कि उनको पेरू से फ्लाइट दिलवाई जाएगी,जबकि ऐसी कोई फ्लाइट थी ही नहीं. फिर टैक्सियों के जरिए उनको आगे का सफर करवाया गया. पहले वह कोलंबिया और आगे पनामा तक पहुंचे.उनको बताया गया कि यहां से उनको जहाज में लेकर जाएंगे. लेकिन वहां कोई जहाज था ही नहीं. यहीं से उनके दो दिन तक चलने वाले डंकी फ्लाइट्स का सफर शुरू हुआ.
कैसे अमेरिका पहुंचा था हरविंदर सिंह,जिसे कर दिया डिपोर्ट
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस क्रम में बुधवार को 104 अवैध अप्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान… pic.twitter.com/FWXxmaKGJN
— NDTV India (@ndtvindia) February 6,2025
हरविंदर सिंह की पत्नी कुलजिंदर कौर ने पीटीआई से कहा कि हमारे पास जो कुछ भी था उसे बेच दिया और बेहतर भविष्य की उम्मीद में एजेंट को पैसे देने के लिए भारी ब्याज पर पैसा उधार लिया. लेकिन एजेंट ने हमें धोखा दिया. अब न सिर्फ मेरे पति को वापस भेज दिया गया,हमारे पास भारी कर्ज भी है.वहीं जालंधर के दारापुर गांव के सुखपाल सिंह को भी इसी तरह की परेशानी की बात कही. उन्होंने बताया कि समुद्र के रास्ते उनको 15 घंटे की यात्रा करनी पड़ी और गहरी पहाड़ियों से होकर 40-45 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा,जिसमें उनको काफी कष्ट सहने पड़े. उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस दौरान अगर कोई घायल हो जाता है तो उनको मरने के लिए छोड़ दिया जाता है. उन्होंने रास्ते में कई लाशें भी देखीं. यात्रा का कोई फायदा नहीं हुआ. क्यों कि अमेरिका में एंट्री के लिए बॉर्डर पार करने से ठीक पहले ही मैक्सिको में उनको गिरफ्तार कर लिया गया था.
सुखपाल सिंह ने लोगों से उनके इस हाल से सबक लेते हुए गलत रास्तों से विदेश जाने की कोशिश न करने की अपील की.
सुखपाल सिंह ने कहा,"हमें 14 दिनों तक एक अंधेरी कोठरी में रखा गया और हमने कभी सूरज नहीं देखा. ऐसी ही परिस्थितियों में हजारों पंजाबी युवा,परिवार और बच्चे फंसे हैं."
Video : अवैध प्रवासियों की वापसी पर अमृतसर के सांसद Gurjeet Singh Aujla | Arvind Kejriwal