ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से अमेरिका में मंदी का खतरा गहराया, JP मॉर्गन ने कर दी बड़ी भविष्यवाणी
2025-04-07
IDOPRESS

JP Morgan on US Recession: JP मॉर्गन का मंदी को लेकर पूर्वानुमान बैंकों द्वारा किए गए बदलावों के साथ आया. बैंक भी टैरिफ घोषणा के बाद से इस साल अमेरिकी ग्रोथ के अनुमानों में कटौती कर रहे हैं.
नई दिल्ली:
डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) की नई टैरिफ पॉलिसी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. ट्रंप प्रशासन ने जिस तरह से इस हफ्ते टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया है,उससे सिर्फ अमेरिका ही नहीं,बल्कि पूरी दुनिया की इकॉनमी पर दबाव बढ़ता दिख रहा है. अब,JP मॉर्गन चेस एंड कंपनी ने कहा कि इस साल अमेरिकी अर्थव्यवस्था मंदी (US Recession)में चली जाएगी. ट्रंप प्रशासन द्वारा इस सप्ताह घोषित टैरिफ के प्रभाव के चलते JP मॉर्गन ने ऐसा अनुमान व्यक्त किया है.
JP मॉर्गन का कहना है कि अगर ये टैरिफ पॉलिसी (Trump Tariff Policy)लंबे वक्त तक जारी रही,तो ये अमेरिका के साथ-साथ ग्लोबल ग्रोथ को भी मंदी की ओर धकेल सकती है.
बेरोजगारी दर 5.3% तक बढ़ने का अनुमान
बैंक के चीफ अमेरिकी अर्थशास्त्री माइकल फेरोली ने GDP का हवाला देते हुए ग्राहकों को लिखे एक नोट में कहा कि अब हम टैरिफ के बोझ के नीचे रियल GDP के सिकुड़ने की उम्मीद करते हैं. पूरे हुए (4Q/4Q) के लिए अब हम रियल GDP ग्रोथ -0.3% की उम्मीद करते हैं,जो पहले 1.3% थी. उन्होंने कहा कि आर्थिक गतिविधि में अनुमानित कटौती से नौकरियों की भर्ती में कमी आने की उम्मीद है और समय के साथ बेरोजगारी दर 5.3% तक बढ़ जाएगी.
S&P 500 इंडेक्स 11 महीनों के सबसे निचले लेवल पर
ट्रंप द्वारा बुधवार को दुनिया भर में अमेरिकी व्यापारिक साझेदारों पर टैरिफ की घोषणा ने अमेरिकी शेयरों के S&P 500 इंडेक्स को 11 महीनों के सबसे निचले लेवल पर पहुंचा दिया.सप्ताह के अंत तक केवल 2 ट्रेडिंग सेशन में मार्केट वैल्यू में 5.4 ट्रिलियन डॉलर की गिरावट आई.
2025 में GDP में गिरावट की संभावना
JP मॉर्गन का पूर्वानुमान बैंकों द्वारा किए गए इसी तरह के बदलावों के साथ आया. अब बैंक भी टैरिफ घोषणा के बाद से इस साल अमेरिकी ग्रोथ के अनुमानों में कटौती कर रहे हैं. बार्कलेज PLC को उम्मीद है कि 2025 में GDP में गिरावट आएगी,जो मंदी के मुताबिक होगी.
क्या है एक्सपर्ट्स की राय?
CITI के इकोनॉमिस्ट ने इस साल ग्रोथ के लिए अपने पूर्वानुमान को घटाकर केवल 0.1% कर दिया. UBS के इकोनॉमिस्ट ने अपने पूर्वानुमान को घटाकर 0.4% कर दिया है. UBS के चीफ इकोनॉमिस्ट जोनाथन पिंगल ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि बाकी दुनिया से अमेरिकी आयात उनके पूर्वानुमान से 20% से अधिक घट जाएगा. कई तिमाहियों में ऐसा नजर आयेगा. इससे GDP के हिस्से के मुताबिक आयात 1986 से पहले के लेवल पर आ जायेगा.
फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि दरों में कोई एडजस्टमेंट करने के लिए उन्हें जल्दबाजी करने की जरूरत बिलकुल नहीं है. उनका ये बयान ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिकी नए मासिक रोजगार रिपोर्ट के जारी होने के बाद आया है. जिसमें मार्च में बेरोजगारी दर में मामूली ग्रोथ के साथ-साथ 4.2% तक की मजबूत हायरिंग भी हुई है.
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