वक्फ को लेकर बंगाल के मुर्शिदाबाद में बवाल, हिंसक झड़प, उपद्रवियों ने कई गाड़ियां फूंकी

2025-04-09 HaiPress

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ बिल वापस लेने की मांग को लेकर चल रहा प्रदर्शन हिंसक हो गया. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. इस दौरान भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों पर हमला कर दिया. उपद्रवियों ने पुलिस की कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया.


VIDEO | West Bengal: People hold protest against Waqf (Amendment) law in Jangipur,Murshidabad. Protest turned violent as they allegedly vandalised a police vehicle and set it on fire.


(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvqRQz pic.twitter.com/GUu0RsrQQo

— Press Trust of India (@PTI_News) April 8,2025भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ मचाई और पथराव किया.

अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा जंगीपुर पीडब्ल्यूडी मैदान से वक्फ बिल वापस लेने की मांग को लेकर विरोध मार्च निकाला गया था. राष्ट्रीय राजमार्ग-12 को जाम करने के इरादे से जैसे ही ये मार्च जंगीपुर से उमरपुर की ओर बढ़ा,पुलिस ने उन्हें रोका. इसी के बाद पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई.

उपद्रवियों ने पुलिस की कई गाड़ियों में आग लगा दी

भीड़ ने पुलिस की कई गाड़ियों में आग लगा दी. साथ ही बनियापुर और उमरपुर इलाकों में बड़ी संख्या में घरों में भी तोड़फोड़ की. झड़प हिंसक होने की वजह से पुलिस को आधे घंटे से अधिक समय तक इलाके से बाहर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा.

इसके बाद जंगीपुर ओसी और जंगीपुर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक बड़ी पुलिस टीम स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पहुंची.

पुलिस ने बताया है कि स्थिति अब नियंत्रण में है. हाइवे पर आवाजाही सामान्य है. उपद्रव फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

गौरतलब है कि लोकसभा और राज्यसभा ने तीन और चार अप्रैल की आधी रात के बाद वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित किया था. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पांच अप्रैल को प्रस्तावित कानून को अपनी मंजूरी भी दे दी है

भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने विधेयक का समर्थन किया,वहीं विपक्षी दलों के ‘इंडिया' गठबंधन ने इसका विरोध किया. वहीं कई मुस्लिम संगठनों और विपक्षी सांसदों ने कानून के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है.सत्तारूढ़ गठबंधन ने इसे पारदर्शिता बढ़ाने और पिछड़े मुसलमानों एवं समुदाय की महिलाओं के लिए सशक्तीकरण का कदम बताया है. वहीं,विपक्ष ने इसे असंवैधानिक करार देते हुए कहा है कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम मुसलमानों के अधिकारों का हनन करता है.

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