पियरे पोइलिवरे के इस फैसले से ओएफआईसी अध्यक्ष शिव भास्कर काफी नाराज हैं. उन्होंने एक पत्र भी लिखा है. पत्र में उन्होंने लिखा है, कई राजनीतिक हस्ती, जो पिछले वर्षों में इस कार्यक्रम में शामिल थीं, इस साल पीछे हट गईं. इससे एक समुदाय खुद को छला हुआ और अलग-थलग महसूस कर रहा है. उन्होंने घटनाक्रम को कनाडा में नस्लवाद और भेदभाव पनपने से जोड़ा है.
देश के पूंजीपति किसका समर्थन कर रहे हैं इसे भी देखना जरूरी हो जाता है. पूर्व राष्ट्रपति के समर्थन में देश के शीर्ष अरबपति हैं. इनमें टेस्ला के सीईओ एलन मस्क सबसे आगे हैं. मस्क ने साल की शुरुआत में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया था. इतना ही नहीं उनका समर्थन इतना खुला है कि वो ट्रंप की रैलियों में भी दिख रहे हैं.
मनोरोगियों के इलाज के लिए वन अंब्रेला चैरिटेबल ट्रस्ट का संचालन तकरीबन पिछले सात से आठ सालों से किया जा रहा है. आरोप है कि यहां पर मनोरोगियों की हत्या कर मानव अंगों की तस्करी की जाती है और शव को परिसर में ही गड्ढा खोदकर जमीन के नीचे दफन दिया जाता है. (रिपोर्ट- Mohd Bakar )
Kunal Kamra Vs Bhavish Aggarwal: कुणाल कामरा के ट्वीट के जवाब में भाविश अग्रवाल ने कहा "चूंकि आप इतनी परवाह करते हैं, इसलिए आइए और हमारी मदद कीजिए! मैं आपके इस ‘पेड ट्वीट’ या आपके असफल करियर से भी ज्यादा पैसे दूंगा. या फिर चुप रहिए और हमें असली ग्राहकों की समस्याओं को ठीक करने पर ध्यान देने दीजिए."
पीएम मोदी ने कहा कि जैसे ही हम अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए पहला कदम उठाते हैं, रास्ते अपने आप बनते चले जाते हैं. आज भारत में डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग इकोसिस्टम नई ऊंचाइयों को छू रहा है.
टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) के टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज की मौजूदगी में किया.
नंदगांवकर 1990 के दशक में छगन भुजबल को हराने के बाद सुर्खियों में आए थे. भुजबल अविभाजित शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के बारामूला आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने कहा है कि पाकिस्तानी आतंकी स्थानीय कश्मीरी लोगों को जानबूझकर निशाना बना रहे हैं.
Adani Total Gas Q2 FY25 results: अदाणी ग्रुप (Adani Group) की कंपनी अदाणी टोटल गैस (Adani Total Gas) की ओर से कहा गया कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में वॉल्यूम में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत का उछाल देखा गया है.
पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने कहा, "लगातार जंग होने से भारत पर दबाव पड़ता है. युद्ध की स्थिति जितनी गंभीर होती है, हालात उतने ही कठिन होते हैं. अगर इजरायल-हमास का युद्ध जारी रहा, तो इसका भारत-ईरान संबंधों पर भी असर पड़ सकता है."